ओम को लोगोस कहेंगे यहूदियों की भाषा में ; शब्द कहेंगे ईसाइयों की भाषा में।
2.
रसूले अकरम सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने किसी विशेष ज्ञान की बात नहीं कही बल्कि खुद अपने चहीते सहाबी हज़रत ज़ैद बिन साबित अंसारी रज़ियल्लाहू अन्हू को यहूदियों की भाषा हिब्रू सरियानी सीखने का हुक्म दिया था।
3.
पूरे विश्व में यहूदियों की कुल संख्या लगभग एक करोड़ है, जिनमें से लगभग आधे अर्थात ५ ० लाख इजरायल में रहते हैं, पर हिब्रू भाषा केवल इजरायल में रहने वाले यहूदियों की नहीं, बल्कि पूरे विश्व में बिखरे सभी यहूदियों की भाषा बन चुकी है।